ब्रेकिंग न्यूज

जनकपुरी कवरेज
सीता मैया आई मेहंदी रचाने बधाई बाज रही…

महाराजा अग्रसेन सेवा सदन में सजी मेहंदी सँग महिला संगीत की महफ़िल, राम-सीता भक्ति और श्रृंगार गीतों से गूँजी मिथिला नगरी

आगरा जिला ब्यूरो नरेश कुमार की रिपोर्ट

जनकपुरी महिला समिति का आयोजन बना भक्ति और उल्लास का अनोखा संगम

आगरा। सीता मैया आई मेहंदी रचाने बधाई बाज रही… लागी लागी रे मेहंदी रघुवर के नाम की… तुम उठो सिया शृंगार करो शिव धनुष राम ने तोड़े हैं… मेरी सिया की आएगी बारात ढोल बजाओ जी..
मंगलवार शाम महाराजा अग्रसेन मार्ग स्थित महाराजा अग्रसेन सेवा सदन में ऐसे हृदय स्पर्शी भक्ति गीत-संगीत और हर्ष- उल्लास के वातावरण में जनकपुरी महिला समिति द्वारा जगत जननी माता जानकी के हाथों पर मेहंदी रचाई गई और महिला संगीत का भव्य आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम केवल श्रृंगार तक सीमित नहीं रहा, बल्कि इसमें राम-सीता भक्ति और सांस्कृतिक परंपराओं की झलक भी दिखाई दी।
जब बेहद आकर्षक और सुसज्जित पालकी में बिठाकर माता सिया को मेहंदी के लिए मुख्य मंच तक लाया गया तो ढोल नगाड़ों और गीतों की सुर लहरी पर जनक परिवार सहित पूरी मिथिलानगरी झूम उठी… चंद्रवीर फौजदार, तपन अग्रवाल और अभिषेक कपूर ने माता जानकी के स्वरूप को लाने ले जाने के दायित्व का निर्वाह किया।
कार्यक्रम का शुभारंभ मंगल गीतों और भजनों से हुआ। महिलाओं ने जब पारंपरिक परिधानों में सजधज कर गीत-संगीत और नृत्य प्रस्तुत किए, तो पूरा सभागार आनंद और उल्लास से भर गया। लोकधुनों में गाए गए भक्ति गीतों ने वातावरण को और भी पावन बना दिया।
विभिन्न समूहों के शानदार प्रदर्शन विशेष आकर्षण का केंद्र रहे। “जनक नंदिनी मेहंदी रस्म ग्रुप”, “डांस रानीज़ ग्रुप”, “सिया सखियाँ” और “लाड़ली सीता जी की मंगल टोली” ने अपने गीतों, नृत्यों और डाँडिया से उपस्थित जनसमूह का मन मोह लिया।
राजा जनक राजेश अग्रवाल, महारानी सुनैना श्रीमती अंजू अग्रवाल, अनुराज अग्रवाल, पलक अग्रवाल,पर्व अग्रवाल, मलाइका अग्रवाल, महिला समिति की अध्यक्ष सीमा अग्रवाल, सचिव प्रियंका अग्रवाल, कोषाध्यक्ष मीनू त्यागी, सह कोषाध्यक्ष श्वेता बंसल, वरिष्ठ उपाध्यक्ष चारु गर्ग, उपाध्यक्ष अंजू अग्रवाल, सोनिया शर्मा, मोहिनी गोयल, रिचा मांगलिक, साधना अग्रवाल, नीलम अग्रवाल और मोनिका अग्रवाल ने अपनी सक्रिय उपस्थिति और सहयोग से आयोजन को गरिमामयी बनाया।
राजा जनक राजेश अग्रवाल (रसोई रत्न) और महारानी सुनयना श्रीमती अंजू अग्रवाल ने कहा कि
मेहंदी केवल श्रृंगार का प्रतीक नहीं, बल्कि रामायण की स्मृतियों से जुड़ा एक पावन उत्सव है। जैसे माता सीता ने प्रभु श्रीराम के नाम को अपने हाथों की मेहंदी में बसाया, वैसे ही यह कार्यक्रम हमें भक्ति, प्रेम और एकता का संदेश देता है। जनकपुरी की यह परंपरा समाज को संस्कृति से जोड़ने और नई पीढ़ी को हमारी धरोहर से अवगत कराने का सशक्त माध्यम है।
कार्यक्रम के समापन पर सामूहिक “राम नाम” के जयघोष से पूरा सभागार गूंज उठा। दीपों की ज्योति और पुष्पों की सुगंध के बीच भक्ति और श्रृंगार का यह संगम सभी के लिए अविस्मरणीय स्मृति बन गया।

Leave comment

Your email address will not be published. Required fields are marked with *.