कोण्डागांव:नवाकई पर्व भोंगापाल में धूमधाम से हुलकी नृत्य के साथ मनाया गया।
कोण्डागांव:नवाकई पर्व भोंगापाल में धूमधाम से हुलकी नृत्य के साथ मनाया गया
स्वतंत्र भारत न्यूज़
ब्लॉक संवाददाता राजमन नाग,फरसगांव।
नवाखाई पर्व एक कृषि आधारित उत्साह है जो नई फसल की कटाई और नए चावल का स्वागत करने के लिए मनाया जाता है यह भोंगापाल में परंपरा के अनुसार नवाकई के दिन नया चावल का पहला पेन पुरखा , इष्ट देवी देवताओं एवं कुलदेवी तथा अपने पूर्वजों को अर्पित किया गया ,यह परंपरा पूर्वजों के त्याग और उनके द्वारा सहे कठिनाइयों के प्रति समान प्रकट करती है यह पर्व पुनांग तिंदाना पंडुम बादों जतरा बाल परब के बाद किया जाता है।

नवाखाई पर्व के दुसरा दिन गांव के गायता पटेल को जोहार भेंट कर बढ़ाया प्रेम और भाईचारे
पुनांग तिंदाना पर्व पर गांव के सभी सदस्यों के लिए सुख समृद्धि और एक दूसरे से जोहार भेंट करना प्रेम और भाईचारा को मजबूत करती है जिसमें आदिवासी के परंपरा को जीवित और सहजने का संस्कृति, हुलकी नृत्य शीतला मंदिर के बाद गोटूल चौक में उत्सव पूर्ण किया गया।

