सत्य साधक बिजेन्द्र पांडेय गुरु जी का S.S UPSC CLASSES, मथुरा में पावन आगमन
जिला ब्यूरो चीफ:- मनोज कांडपाल
स्थान:- हल्द्वानी


संस्थान में आध्यात्मिक ऊर्जा और प्रेरणा का वातावरण व्याप्त
- सत्य साधक बिजेन्द्र पांडेय गुरु जी का S.S UPSC CLASSES में आगमन।
- सम्मानीय रामशरूप शर्मा एवं राकेश कुमार राजपूत कार्यक्रम में रहे उपस्थित।
- चेयरमैन राजेन्द्र सिंह व निदेशक सचिन सोलंकी ने गुरु जी का चरण स्पर्श कर स्वागत किया।
- गुरु जी ने विद्यार्थियों को तप, त्याग, सत्य और साधना का संदेश दिया।
- UPSC तैयारी में आत्मविश्वास, कड़ी मेहनत और सही मार्गदर्शन को बताया आवश्यक।
- गुरुजनों ने छात्रों को चरित्र निर्माण और राष्ट्र सेवा हेतु प्रेरित किया।
- फैकल्टी, कर्मचारी व बड़ी संख्या में छात्र कार्यक्रम में रहे शामिल।
- संस्थान ने गुरु जी व अतिथियों का हार्दिक आभार व्यक्त किया।
गुरु जी का स्वागत—आध्यात्मिक गरिमा से भरा क्षण
S.S UPSC CLASSES, मथुरा में आज का दिन अत्यंत प्रेरणादायक रहा, जब सत्य साधक बिजेन्द्र पांडेय गुरु जी ने संस्थान की पावन धरा पर कदम रखा।
चेयरमैन राजेन्द्र सिंह और निदेशक सचिन सोलंकी ने गुरु जी का चरण स्पर्श कर विनम्र स्वागत किया। पूरे परिसर में अनुशासन, सकारात्मकता और आध्यात्मिक ऊर्जा का वातावरण छा गया।
विद्यार्थियों को गुरु जी का संदेश—“तप–त्याग–सत्य से असंभव भी संभव

अपने विशिष्ट उद्बोधन में गुरु जी ने कहा:
विद्यार्थी जीवन साधना का श्रेष्ठ काल है।
UPSC जैसी उच्च परीक्षाएँ केवल मेहनत, आत्मविश्वास और सही दिशा से जीती जा सकती हैं।
जीवन में ईमानदारी, चरित्र निर्माण और राष्ट्र सेवा को सर्वोच्च स्थान देना चाहिए।
उनके विचारों ने उपस्थित सभी छात्रों में नई ऊर्जा का संचार किया।
विशिष्ट अतिथियों का संबोधन
कार्यक्रम में उपस्थित
रामशरूप शर्मा
राकेश कुमार राजपूत

ने भी छात्रों को संबोधित करते हुए गुरु जी के सान्निध्य को “दुर्लभ और अत्यंत मूल्यवान” बताया। उन्होंने कहा कि ऐसा मार्गदर्शन विद्यार्थियों को उनके लक्ष्य के प्रति और दृढ़ बनाएगा।
छात्रों और फैकल्टी में उत्साह
सभी फैकल्टी सदस्य, कर्मचारी और बड़ी संख्या में उपस्थित छात्रों ने गुरु जी के आशीर्वचन सुनकर स्वयं को सौभाग्यशाली महसूस किया।
S.S UPSC CLASSES परिवार का आभार
कार्यक्रम के अंत में संस्थान ने गुरु जी सहित सभी विशिष्ट अतिथियों का हृदयपूर्वक धन्यवाद किया और उनके बताए मार्ग पर चलने का संकल्प लिया।
